Monday, 17 February 2025

भारत में मशरूम की खेती: प्रमुख किस्में और उनकी विशेषताएँ

भारत में मशरूम की खेती: प्रमुख किस्में और उनकी विशेषताएँ

भारत की विविध जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियाँ विभिन्न प्रकार के मशरूम की खेती के लिए अनुकूल हैं। पिछले कुछ वर्षों में, मशरूम की खेती ने देश में महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल की है, जिससे किसानों और उद्यमियों के लिए नए अवसर उत्पन्न हुए हैं। नीचे भारत में सामान्यतः उगाए जाने वाले कुछ प्रमुख मशरूम की जानकारी प्रस्तुत है:

1. बटन मशरूम (Agaricus bisporus)

बटन मशरूम भारत में सबसे अधिक उगाया और खाया जाने वाला मशरूम है। इसकी सफेद या क्रीम रंग की टोपी और हल्का स्वाद इसे विभिन्न व्यंजनों में उपयोगी बनाता है। यह मशरूम ठंडे मौसम में उगाया जाता है और विशेष रूप से उत्तर भारत के राज्यों में इसकी खेती की जाती है।

2. ऑयस्टर मशरूम (Pleurotus spp.)

ऑयस्टर मशरूम अपने नाजुक बनावट और हल्के, स्वादिष्ट स्वाद के लिए जाना जाता है। यह सफेद, ग्रे, और गुलाबी सहित विभिन्न रंगों में उपलब्ध है। इसकी खेती सरल है और यह भारत के कई राज्यों में उगाया जाता है। ऑयस्टर मशरूम गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छी तरह से बढ़ता है, जिससे यह दक्षिणी और पूर्वी भारत के लिए उपयुक्त है।

3. पैडी स्ट्रॉ मशरूम (Volvariella volvacea)

पैडी स्ट्रॉ मशरूम गर्म और आर्द्र जलवायु में पनपता है और विशेष रूप से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, और तमिलनाडु जैसे राज्यों में उगाया जाता है। इसका विशिष्ट स्वाद इसे पारंपरिक भारतीय व्यंजनों में लोकप्रिय बनाता है। इसकी खेती के लिए चावल के पुआल का उपयोग किया जाता है, जो इसे किसानों के लिए एक सस्ती और सुलभ विकल्प बनाता है।

4. मिल्की मशरूम (Calocybe indica)

मिल्की मशरूम, जो भारत का ही मूल निवासी है, अपने बड़े आकार और सफेद रंग के लिए जाना जाता है। यह दक्षिणी भारत के उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी तरह से उगता है और तमिलनाडु, कर्नाटक, और केरल में इसकी व्यापक खेती होती है। इसकी खेती गर्मियों में की जाती है, जब अन्य मशरूम की खेती कठिन होती है, जिससे यह किसानों के लिए एक लाभदायक विकल्प बनता है।

5. शिटाके मशरूम (Lentinula edodes)

मूलतः पूर्वी एशिया से आने वाला शिटाके मशरूम अपने समृद्ध, उमामी स्वाद और संभावित स्वास्थ्य लाभों के लिए भारत में लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है। यह मुख्यतः लकड़ी के लट्ठों या चूरा ब्लॉकों पर नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है। हालांकि इसकी खेती अभी व्यापक नहीं है, लेकिन शिटाके मशरूम धीरे-धीरे भारतीय बाजार में अपनी जगह बना रहा है।

6. एनोकि मशरूम (Flammulina filiformis)

एनोकि मशरूम अपनी लंबी, पतली डंठल और छोटी टोपी के लिए पहचाना जाता है। इसका हल्का स्वाद और कुरकुरा बनावट इसे सलाद और सूप में लोकप्रिय बनाता है। भारत में एनोकि मशरूम की खेती अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन बढ़ती मांग के कारण इसमें संभावनाएँ हैं।

इन मशरूम किस्मों की खेती न केवल भारत के विभिन्न पाक स्वादों को पूरा करती है, बल्कि किसानों और कृषि उद्यमियों के लिए आर्थिक अवसर भी प्रदान करती है। मशरूम की खेती कम समय में लाभदायक उत्पादन देने वाली फसल है, जिससे यह किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनती जा रही है।

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